नमस्ते सत्रियकाल हेलो अस्लाम वालेकुम स्वागत है आपका मेरे नए व्लोग पे पर शुरू करने से पहले आप सबसे एक सवाल और वो ये है की आप भी घर बैठके बोर है इस कोरोना के टाइम पीरियड में अगर हा तो चलिए आपकी बोरियत करते है बाए बाए और ले चलते आपको खूबसूरत से हिस्टोरिकल टूअर के एपिसोड भाग एक मे :-
तो चलिए आज मैं आपको कामाख्या टेम्पल के बारे में और उसके टूअर पे ले चलते हैं तो आगे बढ़ने से पहले आपको एक झलक दिखाते है इस खूबसूरत टेम्पल की सो नीचे आपके लिए ये रही इसकी एक झलक
कामाख्या टेम्पल
तो जैसे कि आपने ऊपर दी गयी पिक्चर से अन्दाज़ा लगा लिया होगा कि आज हम किसके बारे में जानने वाले है तो चलिए बताते है आपको इस टेम्पल के बारे में पॉइंट्स वाइज :-
तो पहला पॉइंट ये है कि कामाख्या टेम्पल को कामरूप कामाख्या टेम्पल भी कहते हैं।
दूसरा पॉइंट ये है कि ये एक सकता टेम्पल है जिसे डेडिकेट किया गया मातृ गॉडेस कामाख्या देवी को।
तीसरा पॉइंट ये है कि ये ५१ साल पूराना शक्ति पीठास में से एक है जो सितुअटेड है नीलाचल हिल के वेस्टर्न पार्ट ऑफ गुवाहाटी सिटी इन असम, इंडिया ।
चौथा पॉइंट ये है कि ये एक मेन टेम्पल है इन दी काम्प्लेक्स ऑफ इंडिविजुअल टेम्पल्स व्हिच इज़ डेडिकेटेड टू दी टेन महाविद्यास ऑफ सक्तिसम में :- और वो टेन देवी है :- काली, तारा, सोदाशी, भुवनेश्वरी, भैरवी, बगलामुखी, मातंगी एंड कमलात्मिका देवी।
अब इन दस देवी में से तीन देवी मेन टेम्पल में निवास करती है और बाकी की साथ देवी अपने इंडिविजुअल टेम्पल में निवास करती है तो चलिए आपको बताते है कौनसी तीन देवियाँ मेन टेम्पल में निवास करती है और वो तीन देवियो के नाम है त्रिपुरसुन्दरी, मातंगी एंड कमला देवी।
पांचवा पॉइंट ये है कि ये एक इम्पोर्टेन्ट पिल्ग्रिमेज डेस्टिनेशन है हिन्दुस् एंड एस्पेशलली फ़ॉर तांत्रिक वर्षिपेर्स के लिए ।
अब आपको इसके बारे और भी बहुत कुछ बताते हैं तो चलिए आगे बढ़ते है :-
सो सबसे पहले इसका अफ्फिलिएशन है हिंदूइस्म और यहाँ कामाख्या देवी को पूजा जाता हैं अज़ आ डेटी ।
अब आपको बताते है कि यहाँ पर अम्बुबाची मेला मनाया जाता है।
इसकी लोकेशन नीलाचल हिल गुवाहाटी इन असम इंडिया है और इस लोकेशन की एक झलक मैं आपको नीचे दे रही हू तो देखिए इस लोकेशन की एक झलक :-
लोकेशन इन असम
जियोग्राफिक :- २६.१६६४२६°न
कुर्डिनेट्स:- ९१.७०५५०९°इ
अब ले चलते है आपको इसके आर्किटेक्चर पार्ट की तरफ :-
तो पहला इसका टाइप बताते है आपको तो दोस्तो इसका टाइप है नीलाचल टाइप है जिसके बारे मे आपको आगे बताउंगी की क्यों है ये नीलाचल टाइप है।
अब सबसे महत्वपूर्ण बात की ये बनाया किसने है या आप कह सकते है कि कब बनवाया गया था।
तो ये म्लेच्छ डायनेस्टी में बना है जिसे रेबिल्ट किया गया है बाए कौच किंग नारा नारायण एंड अहोम किंग ।
जिसको कम्पलीट किया गया 8th एंड 17th सेंचुरी में।
अब आपको बताते हैं इसके स्पेसिफिकेशन के बारे में तो यहाँ पे ६ टेम्पल्स है और ८ मोनुमेंट्स है।
और भी आप कुछ जानना चाहते है तो आप विजिट कर सकते है वेबसाइट :- www.maakamakhya.org पे।
तो चलिए अब आपको टेम्पल का डिस्क्रिप्शन बताते है पर उससे पहेले उसकी एक झलक :-
सो दिस इस दी गर्भगृह ऑफ दी कामाख्या टेम्पल । द अधिष्ठान (बेस) एंड थे बडा (साइड्स) ऑफ दी कामरूप-पीरियड स्टोन टेम्पल, टू व्हिच ब्रिक शिखर एंड दी अंगशिखरस वर एडेड ड्यूरिंग थे कौच किंग।
नाउ ई टेल यू डेट, दी सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ट्रांसफरेड दी एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ दी टेम्पल फ्रॉम कामाख्या डेब्यूटर बोर्ड टू दी बोर्डयूरी समाज इन २०१५।
नाउ ई विल टेल यू दी प्लान स्ट्रक्चर ऑफ थे टेम्पल पर उससे पहले उसकी एक झलक :-
सो अब इसका प्लान के बारे में बताते है आपको :-
दी प्लान ऑफ दी कामाख्या टेम्पल हैज़ फोर चैम्बर्स फ्रॉम दी टॉप आर :- गृभगृह, कैलान्त, पंचरथ, एंड थे
नृत्य-मंडप
और अब बताते है कि ये नीलाचल टाइप क्यू है :- दी कर्रेंट स्ट्रक्चरल टेम्पल हैज़ बीन रेबिल्ट एंड रेनॉवटेड मेनी टाइम्स इन दी पीरियड ऑफ 8th-17th सेंचुरी व्हिच गेव राइज टू आ हाइब्रिड इंडिजेनस स्टाइल जिसकी वजह से इसे नीलाचल टाइप कहते है । दी टेम्पल विद आ हेमिस्फेरिकल डोम बेस्ड ऑन आ क्रुसिफार्म बेस । दी टेम्पल कंसिस्ट ऑफ फोर चैम्बर्स : गर्भगृह एंड थ्री मण्डपस लोकलली कॉल्ड कैलान्त, पंचरत्न एंड नतमन्दिर अलीगनेड फ्रॉम ईस्ट टू वेस्ट।
तो अभी के हिस्टोरिकल टूअर भाग १ में इतना ही आगे की अगर जानकारी चाहते तो मुझे कमेंट करके जरूर बताएं और इस व्लोग को अपने दोस्तों को से साथ शेयर करे और इसकी वीडियो देखना चाहते तो मैं इसकी वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पे डाल दूंगी वहाँ आप देख सकते है मेरा यूट्यूब चैनल है
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